काजोल की नई फिल्म 'माँ'— एक निडर माँ की रहस्यमयी और रोमांचकारी कहानी

काजोल की नई फिल्म 'माँ'
काजोल की नई फिल्म 'माँ' 

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बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री काजोल एक बार फिर से बड़े पर्दे पर एक चुनौतीपूर्ण और शक्तिशाली किरदार में वापसी कर रही हैं। उनकी आगामी फिल्म ‘माँ’, नारी शक्ति, मातृत्व और अंधकार से संघर्ष की अनूठी कहानी लेकर आ रही है। इस फिल्म में काजोल एक ऐसी माँ की भूमिका में दिखाई देंगी, जो अपनी संतान की रक्षा के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है — चाहे उसका सामना अलौकिक शक्तियों से ही क्यों न हो।


फिल्म का निर्देशन और निर्माण

'माँ' का निर्देशन किया है विशाल फुरिया ने, जो इससे पहले 'छोरी' और 'छोरी 2' जैसी सराही गई हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। यह फिल्म उनके निर्देशन कौशल और कथानक की गहराई का एक और प्रमाण है।

फिल्म का निर्माण अजय देवगन और ज्योति देशपांडे द्वारा किया गया है। अजय देवगन का नाम फिल्म निर्माण के क्षेत्र में गुणवत्ता और प्रयोगधर्मिता के लिए जाना जाता है। इस फिल्म को भी एक भावनात्मक गहराई और रहस्यमयी रंग देने की कोशिश की गई है।


फिल्म का पोस्टर: एक झलक में भय और ताकत

काजोल ने फिल्म का पहला पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसने दर्शकों की उत्सुकता को चरम पर पहुँचा दिया है। पोस्टर में एक तूफानी रात का दृश्य है, जहां काजोल एक राक्षसी आकृति के सामने खड़ी हैं — उसके जलते लाल नेत्र, झुलसी त्वचा और विकराल रूप दर्शकों को झकझोर देता है।

काजोल की पेशानी पर खून बहता हुआ दिखाई दे रहा है और वह पूरे गुस्से में उस भयावह शक्ति का सामना कर रही हैं। पोस्टर पर लिखा है: "रक्षक. भक्षक. माँ." — यह टैगलाइन स्वयं में इस फिल्म की मूल आत्मा को दर्शाती है।





कहानी की रूपरेखा: मातृत्व बनाम अधर्म

फिल्म 'माँ' की कहानी एक ऐसी महिला के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक साधारण माँ नहीं है। जब उसकी बेटी पर अज्ञात और खतरनाक ताकतों का खतरा मंडराने लगता है, तो वह अपने भीतर की छुपी ताकत को जाग्रत करती है।

यह एक माँ की कहानी है, जो रक्षक भी है और विनाशकारी भी — वह न केवल अपने बच्चे की रक्षा करती है, बल्कि उस पर खतरा पैदा करने वाली बुराई को जड़ से मिटा देने के लिए तैयार रहती है। फिल्म में पौराणिक तत्वों के साथ-साथ आधुनिक सामाजिक भावनाएं भी देखने को मिलेंगी।

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कास्ट और भूमिकाएं

इस फिल्म में काजोल के साथ कई दमदार कलाकार नजर आएंगे। इसमें प्रमुख रूप से रोनित रॉय, इंद्रनील सेनगुप्ता और जितिन गुलाटी जैसे नाम शामिल हैं, जो फिल्म को और अधिक गहराई और मजबूती प्रदान करते हैं।

इन कलाकारों की भूमिकाएं फिल्म में रहस्य, ड्रामा और एक्शन का संतुलन बनाने में सहायक होंगी। फिल्म में कुछ नए चेहरे भी दिखाई देंगे, जो कहानी को नई ऊर्जा प्रदान करेंगे।


'शैतान यूनिवर्स' से संभावित संबंध

कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि फिल्म ‘माँ’ अजय देवगन की सुपरनैचुरल थ्रिलर ‘शैतान’ से जुड़ी हो सकती है। इससे यह संकेत मिलता है कि ‘माँ’ उसी विस्तारित सिनेमाई ब्रह्मांड (Cinematic Universe) का हिस्सा हो सकती है।

अगर यह बात सही साबित होती है, तो 'माँ' केवल एक स्टैंडअलोन फिल्म नहीं, बल्कि एक बड़े फ्रैंचाइज़ी की कड़ी बन सकती है — जिसमें अलग-अलग कहानियों के माध्यम से अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई को दर्शाया जाएगा।


रिलीज़ डेट और ट्रेलर की घोषणा

फिल्म के निर्माताओं ने घोषणा की है कि 'माँ' का ट्रेलर 30 मई 2025 को जारी किया जाएगा, जबकि फिल्म 27 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

पोस्टर रिलीज़ के बाद से ही ट्रेलर को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा है, और फिल्म की रहस्यमयी प्रकृति ने दर्शकों की उत्सुकता को और बढ़ा दिया है।


काजोल की अन्य आगामी फिल्में

'माँ' के साथ-साथ काजोल एक और बड़ी फिल्म में नज़र आएंगी — ‘महाराग्नि: क्वीन ऑफ क्वीन’, जिसे चरण तेज उप्पलापाटी निर्देशित कर रहे हैं। यह एक एक्शन थ्रिलर है, जिसमें वह प्रभु देवा, नसीरुद्दीन शाह, सम्युक्था, जिशु सेनगुप्ता, आदित्य सील और छाया कदम के साथ नजर आएंगी।

यह फिल्म एक बदले की कहानी है, जिसमें काजोल एक शक्तिशाली महिला ‘माया’ की भूमिका में हैं, जो अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। 'महाराग्नि' काजोल और प्रभु देवा की 28 वर्षों बाद वापसी भी है — उनकी पिछली फिल्म 'मिनसारा कनवु' 1997 में आई थी।


निष्कर्ष: सशक्त नारी पात्र की नई मिसाल

'माँ' सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह मातृत्व की पराकाष्ठा, नारी शक्ति और साहस का प्रतीक है। काजोल ने जिस तरह से इस किरदार को अपनाया है, वह दर्शकों के लिए प्रेरणादायक होने वाला है। यह फिल्म पारंपरिक माँ की छवि से परे जाकर उसे एक योद्धा, रक्षक और विनाशक के रूप में प्रस्तुत करती है।

‘माँ’ बॉलीवुड सिनेमा में नारी-प्रधान फिल्मों की दिशा में एक और मजबूत कदम है, जो न केवल मनोरंजन प्रदान करेगी, बल्कि एक सशक्त सामाजिक संदेश भी देगी।

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