बॉलीवुड में ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित फिल्मों का हमेशा से ही एक विशेष स्थान रहा है, और अक्षय कुमार अभिनीत केसरी चैप्टर 2: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ जलियांवाला बाग़ ने इस परंपरा को मजबूती से आगे बढ़ाया है। 18 अप्रैल 2025 को रिलीज़ हुई इस फिल्म ने दर्शकों को एक बार फिर भारत के स्वाधीनता संग्राम की एक अनकही कहानी से रूबरू कराया है। चौथे हफ्ते के सोमवार यानी 25वें दिन भी फिल्म ने ₹70 लाख की कमाई करके यह साबित कर दिया कि विषयवस्तु अगर मजबूत हो, तो वह दर्शकों का ध्यान लंबे समय तक खींच सकती है।
| Kesari Chapter 2' Box Office collection day 25 |
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फिल्म की थीम और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
केसरी चैप्टर 2 की कहानी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक अत्यंत संवेदनशील अध्याय पर केंद्रित है—1919 के जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के बाद की घटनाओं पर। यह फिल्म मशहूर वकील और स्वतंत्रता सेनानी सी. शंकरन नायर की सच्ची कहानी को चित्रित करती है, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ एक कानूनी लड़ाई लड़ी। नायर ने न केवल इस क्रूर नरसंहार के खिलाफ आवाज उठाई, बल्कि उन्होंने एक ऐसे समय में न्याय की मांग की जब सत्ता के खिलाफ बोलना आसान नहीं था।
फिल्म इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को कोर्टरूम ड्रामा के रूप में प्रस्तुत करती है, जहाँ भावनात्मक और वैचारिक संघर्षों को कानूनी बहसों के जरिए दर्शाया गया है।
कलाकारों का प्रदर्शन
फिल्म में अक्षय कुमार ने सी. शंकरन नायर की भूमिका निभाई है, जो एक निडर और सिद्धांतवादी वकील के रूप में सामने आते हैं। उनकी प्रस्तुति गंभीर, प्रभावशाली और भावनात्मक रूप से जुड़ाव उत्पन्न करने वाली है। कोर्टरूम दृश्यों में उनका संवाद अदायगी और आत्मविश्वास सराहनीय है।
उनके साथ आर. माधवन और अनन्या पांडे सहायक भूमिकाओं में नज़र आते हैं। माधवन ने एक ब्रिटिश अधिकारी की भूमिका निभाई है जो नायर के खिलाफ केस की पैरवी करता है, जबकि अनन्या एक युवा पत्रकार के रूप में घटनाओं को जोड़ने वाली सूत्रधार बनी हैं।
बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन
केसरी चैप्टर 2 ने शुरुआती दिनों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया। पहले सप्ताह में ही फिल्म ने लगभग ₹50 करोड़ की कमाई कर ली थी। दूसरे और तीसरे सप्ताह में भी फिल्म ने स्थिर गति से कमाई की, और चौथे सप्ताह में प्रवेश के बाद भी दर्शकों की रुचि बनी रही।
25वें दिन, यानी चौथे सोमवार को फिल्म ने ₹70 लाख की कमाई की, जिससे इसकी भारत में कुल नेट कमाई ₹87.50 करोड़ तक पहुंच गई। ट्रेड विश्लेषकों के अनुसार, फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन ₹90 करोड़ के आस-पास स्थिर हो सकता है।
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थिएटर में दर्शकों की उपस्थिति
12 मई 2025 को, यानी 25वें दिन, फिल्म की हिंदी ऑक्युपेंसी 13.37% रही। सुबह के शो में 7.66% उपस्थिति थी, जो दोपहर तक 15.94% तक बढ़ गई। शाम और रात के शो में यह क्रमशः 15.47% और 14.42% रही। यह ट्रेंड स्पष्ट करता है कि फिल्म ने परिवारों और वयस्क दर्शकों को विशेष रूप से दोपहर और शाम के समय आकर्षित किया।
निर्देशन और प्रस्तुति
फिल्म का निर्देशन करण सिंह त्यागी ने किया है, जिन्होंने इतिहास को वर्तमान से जोड़ते हुए एक ऐसा नैरेटिव प्रस्तुत किया है जो न केवल शिक्षाप्रद है बल्कि भावनात्मक रूप से भी दर्शकों को जोड़ता है। कोर्टरूम दृश्यों का निर्देशन यथार्थवादी है और संवादों में तीव्रता है।
त्यागी ने यह सुनिश्चित किया कि फिल्म केवल एक ऐतिहासिक घटनाक्रम का दस्तावेज़ न बने, बल्कि यह दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर करे कि न्याय और सच्चाई की राह कितनी कठिन हो सकती है।
सामाजिक और राजनीतिक महत्व
फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं है; यह एक गंभीर राजनीतिक वक्तव्य भी है। जलियांवाला बाग़ जैसी घटना को आज की पीढ़ी के सामने लाना, और यह बताना कि किस तरह से एक व्यक्ति की आवाज़ एक शासन को चुनौती दे सकती है—यह संदेश अत्यंत महत्वपूर्ण है। केसरी चैप्टर 2 न केवल एक ऐतिहासिक दस्तावेज है, बल्कि यह मौजूदा समय की न्यायिक प्रणाली, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सत्ता के दमन के विरुद्ध एक मजबूत व्याख्यान भी है।
आलोचनात्मक समीक्षा
फिल्म को समीक्षकों से मिश्रित परंतु अधिकांशतः सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। कुछ आलोचकों ने फिल्म की गति को धीमा बताया, लेकिन अधिकांश ने इसकी कथा, अभिनय और प्रस्तुत विषयवस्तु की प्रशंसा की। विशेष रूप से, कोर्टरूम के संवादों और भावनात्मक दृश्यों को दर्शकों और समीक्षकों दोनों ने सराहा है।
आने वाली परियोजनाएँ
अक्षय कुमार के प्रशंसकों के लिए एक और बड़ी खबर यह है कि अब वह हाउसफुल 5 के साथ पर्दे पर वापसी करेंगे। 5 जून 2025 को रिलीज़ होने वाली इस फिल्म में एक बार फिर वह हास्यपूर्ण अंदाज़ में नजर आएंगे। गंभीर और ऐतिहासिक किरदार से हास्य की ओर यह बदलाव उनके बहुआयामी अभिनय क्षमता को दर्शाता है।
निष्कर्ष
केसरी चैप्टर 2 एक विचारशील, भावनात्मक और सशक्त फिल्म है जो भारतीय इतिहास के एक क्रांतिकारी अध्याय को समर्पित है। चौथे सप्ताह में भी इसकी मजबूत पकड़ दर्शकों की जागरूकता और इसकी विषयवस्तु की प्रासंगिकता को प्रमाणित करती है। यह फिल्म न केवल अक्षय कुमार के करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी एक गौरवपूर्ण योगदान है।